How To Become A Pilot In India After 12th

नमस्ते दोस्तों  ये जानकारी आपका और आपके बच्चों का भविष्य सवार सकती हैं, हम आपको how to become a pilot in India after 12th अर्थात कक्षा 12वी के बाद कोई पायलट बनना चाहे तो वो किन प्रक्रियाओं के माध्यम से और पढ़ाई से पायलट बन सकता हैं, ये बताने जा रहे हैं। हमारे देश में अभी भी जानकारी का  अभाव होने से साधारण बैकग्राउंड के बच्चे इस क्षेत्र में नहीं जा पा रहें। इसके दो कारण हैं पहला तो ये की उनको इस बारे में सही जानकारी नहीं हैं, और दूसरा की उनके पास पैसे की कमी हैं। हम अपनी पैसे की कमी को तो दूर कर भी ले । लेकिन जानकारी न हो तो पैसा भी बेकार हो जाता हैं।

How To Become A Pilot In India After 12th
How To Become A Pilot In India After 12th

 

तो चलिए जानते हैं पायलट बनने के बारे की और आइए आपको इस सवाल और आपकी और आपके बच्चे के लिए  how to become a pilot in India after 12th का जवाब देते हैं, पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझते हैं I दोस्तों आपसे निवेदन है की आप यहाँ जो जानकारी लेने आये हैं उसके लिए आर्टिकल को पूरा पढ़े अन्यथा ये होगा की आपकी जानकारी अधूरी रह जायगी और मई नहीं चाहता की आप यहाँ से अधूरी या कोई मन में शंका लेकर जाए, आपके पास सही जानकारी को पहुचाना ही हमारा मात्र एक लक्ष्य है I

How To Become A Pilot In India After 12th

पायलट कैसे बनाना है या how to become a pilot in India after 12th ये जानने से ज्यादा जरुरी है की आप किस तरह के पायलट बनाना चाहते है I Basically पायलट भी दो  तरह के होते है I  दोनों का purpose कही न कही अलग होता है । पायलट बनाने की इच्छा  किसी को उसके जॉब की सैलरी के वजह से होती है तो किसी को आसमानों  में उड़ने की इक्षा को लेकर । हर कोई इतना तो जरुर जानते है की एक पायलट की सैलरी बहूत ही अच्छी होती हैं । पहले ये जानिए की पायलट दो तरह के होते हैं।

  1. Commercial pilot
  2. Military pilot

Commercial pilot क्या होता हैं..?

सबसे पहले जानते हैं की कमर्शियल पायलट क्या होता हैं ? Commercial pilot किसे कहते हैं ?। हमारे देश में बहुत सारी एयरलाइन कंपनियां हैं। जैसे IndiGo, Jet Airways, Vistara airlines, Air India ये सारे नाम तो आपने जरूर सुने होंगे। दोस्तों commercial pilot उन्ही पायलट को कहते हैं, जो एयरलाइंस कंपनियों के प्लेन को कमर्शियल पर्पस के लिए उड़ाते हैं। कमर्शियल पर्पस कहने का अर्थ हैं  की आप अपने व्यवसाय के लिए प्रॉफिट कमाने या बिजनेस के लिए उसे उपयोग में ला रहे हैं। तो उम्मीद हैं अब आप कमर्शियल पायलट के बारे अच्छे से समझ गए होंगे। साधारण शब्दों में कहे तो हर वो पायलट जो किसी एयरलाइन कंपनी के प्लेन को उसके बिजनेस के लिए उड़ाता हैं, उसे ही कमर्शियल पायलट कहा जाता हैं। जिसके लिए उन्हें एक बहुत ही बेहतरीन सैलरी मिलती हैं।

Military pilot क्या होता हैं..?

Military pilot उन pilots ko कहते जो मिलिट्री के एयरक्राफ्ट को उड़ाते हैं ये फाइटर जेट्स भी हो सकते हैं और साधारण एयरक्राफ्ट भी। Military pilot की ट्रेनिंग commercial pilot से बिलकुल अलग होती हैं और इनका ध्येय यानी purpose of pilot भी बिलकुल अलग होता हैं। आज के इस article में हम आपको कमर्शियल पायलट बनने से जुड़ी सारी जानकारी देगें। अगर आप मिलिट्री पायलट से भी संबंधित जानकारी चाहते हैं तो उसके लिए हम अलग से आर्टिकल लाएंगे ताकि आप अच्छे से समझ पाए और आपकी जानकारी पूरी हो सके।

एक बहुत बड़ा अंतर ये भी हैं की कमर्शियल पायलट बनने के लाए आपको लाखो रुपए अपने खर्च करने होते हैं लेकिन मिलिट्री पायलट बनने के लिए आपको अपना एक भी रुपया नहीं खर्च करना पड़ता। पूरा खर्च भारत सरकार उठाती हैं। वैसे हम यह इस बात पर जोर नही देना चाहेंगे क्योंकि दोनों का पिपोजे अलग होता हैं। मिलिट्री का संबंध देश प्रेम से सीधे जुड़ा हैं वही commercial pilot की अपनी और भी प्रार्थमिक कई इक्षाए होती हैं।

 Also Read Pakistan की प्रसिद्ध एवम इस अद्भुत महिला के बारे अवश्य पढ़ेI

Educational Qualification for Pilot In India

आइये बात करते हैं What are the Educational qualification for Pilot in india को लेकर। तो सबसे बड़ी  भ्रान्ति ये है की जिन बच्चो ने science stream से पढ़ाई की हैं केवल वही पायलट बन सकते हैं , लेकिन नहीं ऐसा नहीं हैं पायलट के लिए शेक्षणिक योग्यता के लिए, हां सीधे तौर पे कहे तो यही सही हैं की साइंस से आपकी 12th होनी चाहिए पर यह भी सच हैं की  जो बच्चे आर्ट्स या कॉमर्स से पढ़ाई किये वो भी पायलट  बन सकते हैं।

पायलट बनने के लिए मुख्य रूप से  आपकी minimum qualification 12th होनी चाहिए। और Math, Physics and English  इन तीनों विषयों में आपके 50% अंक होने ही चाहिए। अब जानते है की अगर Science stream न हो तो क्या करे। आपने NIOS का नाम जरुर सूना होगा, जी हाँ NIOS से आप इन तीन  विषयों के एग्जाम दे देकर। इनमे  55% मार्क्स लाकर आर्ट्स एंड कॉमर्स होते हुए भी पायलट बन सकते हैं। तो उम्मीद है की pilot banne ke liye kaun sa subject lena padta hai ये confusion आपकी दूर हो गयी होगी।

  • Min Educational Qualification Class 12th (50% marks in Physics & Math)
  • Min Age 18 years
  • Citizen Of India
  • Medically Fit (Class 2 & Class 1 Criteria)

 

How to become a Commercial Pilot कमर्शियल पायलट बनने के दो तरीके हैं।

  1. पहला फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लेकर
  2. दूसरा कैडेट पायलट प्रोग्राम को ज्वाइन करके

फिलहाल ये दूसरा तरीका अभी काफी चलन में हैं और इसके अपने कुछ फायदे भी हैं। मगर जो पहला तरीका मैं आपको बताने जा रहा हूं उसके हिसाब से इसकी fee बहुत ज्यादा होती हैं।

  1. Admission in Flying School

जिस प्रकार हम किसी मेडिकल या इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम देते हैं। उसमे पास करते हैं फिर किसी मनपसंद कॉलेज को पसंद कर के उसमे एडमिशन लेते हैं और अपनी पढ़ाई करते हैं। ठीक उसी प्रकार से कमर्शियल पायलट बनने के लिए भी फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन लेना होता हैं और उसके लिए हमें फ्लाइंग स्कूल का entrance exam देना होता। एडमिशन के समय हमे ये ध्यान देना होता हैं की ये फ्लाइंग स्कूल DGCA से approved होने होते हैं। DGCA का फुल फॉर्म Directorate general of civil aviation होता हैं।

Three steps to take admission in Flying school

  1. Written entrance exam
  2. Interview
  3. Class 1 and Class 2 medical test

Written exam MCQ यानी multiple choice questions का होता हैं, जिसमे reasoning GK, GS general awareness के questions आते हैं। इसे क्लियर करने के बाद इंटरव्यू और फिर मेडिकल टेस्ट 2 स्टेप्स में होता हैं। Class 2 medical test – Class 2 medical test ki validity 2 साल की होती हैं। इन दो सालों के अंदर ही class 1 medical test bhi देना होता हैं और इसकी validity 1 साल होती हैं। और हर एक साल बाद इसे renew कराना होता हैं।

लेकिन class 1 मेडिकल टेस्ट के दौरान कैंडिडेट्स की उम्र सीमा 40 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अगर उम्र 40 वर्ष से ज्यादा हो जाती हैं तो class 1 medical test की वैलिडिटी 6 महीने ही रह जाती हैं। और हर 6 महीने में renew कराना होता हैं। नीचे भारत के कुछ प्रसिद्ध फ्लाइंग स्कूल के नाम दिए हैं आप चाहे तो DGCA के वेबसाइट के माध्यम से भी इसे देख सकते हैं।

 Pilot बनाने के लिए flying school में admission लेने से लेकर एक Commercial Pilot बनने तक के सफ़र में लगभग डेढ़ से दो साल लग जाते हैं। Class 2 and Class 1 medical test ये वो फाइनल स्टेप है जो आपके लिए ये सुनिश्चित करता है की आप फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन ले सकते है या नहीं। मेडिकली फिट होने के बाद आप फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन ले लेते है और एडमिशन के साथ ही आपको SPL मिल जाता है जिसका फुल फॉर्म हैं Student Pilot Liscence. जैसे ही आप अपने फ्लाइंग की 60hrs कम्पलीट करते है आपको  Private Pilot Liscence (PPL) मिल जाता हैं, और जैसे ही आप अपने फ्लाइंग स्कूल में ट्रेनिंग के दौरान अपने फ्लाइंग के 210hrs पुरे करते है आपको मिल जाता हैं Commercial Pilot Liscence (CPL) जी हां Commercial Pilot Liscence जिसके लिए आप myarchive.in पर  ये पूरी आर्टिकल पढ़ रहे है और जानकारी ले रहे हैं।

How Much It Cost To Become a Pilot In India In 2023 पायलट बनाने में कुल खर्च

ऊपर बताये गए Flying School के पुरे process में आपका लगभा कुअल खर्च 30 – 35 लाख का हो जाता हैं जिसके बाद आपको CPL (Commercial Pilot Liscence ) मिल जाता हैं। लेकिन अंत यही पे  नहीं होता है। अब जब आपने लिस्संस ले ली है तो अब प्लेन उड़ाने के लिए किसी airline company को join करना होगा I वहा जॉब के लिए अप्लाई करना होगा।

वहां अब आप एक नए टर्म जिसे हम type ratig training के नाम से जानते हैं , उससे रुँबरू होंगे जिसमे लगभग 30 से 40 lakh रुपये खर्च होंगे।मतलब अगर कुल खर्च यानी पढ़ाई से लेकर जॉब पाने तक में बात करे तो आपको लगभग खर्च 70 lakh से 1 crore तक का आयगा। ये इस बात पर भी निर्भर करता हैं की आप कौन सी institute join कर रहे हैं, और किस कंपनी में अप्लाई कर रहे हैं। आइये अब आपको बताते है की ये Type Rating training क्या होती हैं ..?

Type Rating training क्या होती हैं ..? जिस प्रकार आप किसी ख़ास कंपनी की गाड़ी को चलाते हैं तो तो एक अलग अनुभव होता हैं और फिर दूसरी कंपनी की गाडी को चलाने अलग अनुभव होता है ठीक उसी प्रकार अलग अलग कंपनियां भी अलग अलग तरह की प्लेन उसे किया करती है। और वो चाहती है की इसके लिए पहले पायलट को ट्रेनिंग दी जाय ताकि आगे चलकर किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। इसीलिए आपके पास CPL होने बावजूद भी इस ट्रेनिंग के लिए उन्हें पे करना पड़ता हैं, और इस तरह से एक पायलट  बनने में कुल खर्च लगभग 70 lakh से 1 crore तक का होता है।

    2 . By Joining Cadet Programme

 

Pilot Training Institue in India

  • Gujrat Flying Club
  • National Flying Training Institute, Maharastra
  • Delhi Flying Academy
  • Madras Flying Club
  • IGRUA (Indra Gandhi Rashtriya Udan Academy)
  • Bombay Flying Club
  • Goverment aviation Training Institute, Bhuvneshwar
  • Ajanta Flying Club
  • Madhya Pradesh Flying Club
  • Rajasthan State Flying school
  • Bihar Flying Training Institute
  • Ludhiyana Flying club
  • Kerela Aviation Training institute
  • Tata Nagar Aviation, Jamshedpur
  • Orient Flying School
  • Ahmedabad Aviation Academy
  • Rajputana Aviation Academy

 

Salary of a Pilot In India

भारत में एक पायलट की सैलरी की बात करे तो

 

FAQ

Q.1) Pilot बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ?

Ans Pilot बनने के लिए class 12th में Physics, Math & English Subjects में 50% अंक होने चाहिए I

Q.2) क्या बिना साइंस के या फिर आर्ट्स और कॉमर्स वाले छात्र पायलट बन सकते हैं और कैसे ?

Ans हाँ  ना साइंस के या फिर आर्ट्स और कॉमर्स वाले छात्र भी  पायलट बन सकते हैं, और ये जानने के लिए ये आर्टिकल पूरा पढ़े I

Q.3) Pilot का कोर्स कितने साल का होता हैं ?

Ans 2 साल का I

Q. 4) क्या हम  12वी के बाद पायलट बन सकते हैं ?

Ans हाँ I

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *